बुली रे का मानना है कि WWE बन चुका है फास्ट फूड एंटरटेनमेंट — और उन्होंने खुलकर बोला।

क्या आपको कभी लगता है कि WWE अब आपकी रेसलिंग भूख के लिए माइक्रोवेव डिनर बन चुका है? बुली रे को बिल्कुल ऐसा ही लगता है। Busted Open Radio पर इस पूर्व WWE चैंपियन ने ऐसा करारा बयान दिया, जिससे फैंस की सोच हिल सकती है। आइए, बात को साफ-साफ समझते हैं।

बुली रे ने WWE की तुलना फास्ट फूड से की

उन्होंने बिलकुल भी लिहाज नहीं किया: “WWE एक फास्ट फूड चेन की तरह बन गया है — लोग बस इसलिए जाते हैं क्योंकि यही उन्हें पता है।”
वो जो जिंगल आपको याद है, शायद उसका स्वाद अब फीका हो गया है।
उनका आरोप था कि WWE की कहानियों में अब वो भावनात्मक गहराई नहीं रही— और सिर्फ इसलिए कि करोड़ों लोग देख रहे हैं, इसका मतलब ये नहीं कि क्वालिटी भी है।

“99 अरब सर्व किए गए”—संख्या ≠ गुणवत्ता

बुली रे ने McDonald’s के मशहूर स्लोगन पर तंज कसा। हाँ, WWE के पास अरबों व्यूअर्स हैं—लेकिन क्या वो कंटेंट अच्छा है?
उन्होंने कहा:

“सिर्फ इसलिए कि 99 अरब सर्व किए गए हैं, इसका मतलब ये नहीं कि वो न्यूट्रिशनल फूड है… उसमें कुछ भी खास नहीं है।”

यह एक दमदार तुलना है: फास्ट फूड ज्यादा खाने से सेहत नहीं बनती। वैसे ही, ढेर सारे मैच देखकर भी अगर आप जुड़ाव महसूस नहीं करते, तो मज़ा नहीं आता।

भावनात्मक जुड़ाव की कमी

उन्होंने SmackDown में टिफ़नी स्ट्रैटन बनाम ट्रिश स्ट्रैटस वाले सेगमेंट की आलोचना की:

  • “मुझे टिफ़नी स्ट्रैटन के लिए क्यों परवाह हो? … मेरे पास उसमें क्या इमोशनल इन्वेस्टमेंट है?”

  • “उन महिलाओं ने जो कहा, उसमें ऐसा कुछ नहीं था जिससे लगे ‘वाओ, ये मुझे देखना है।’ कुछ भी नहीं।”

यही तो मूल बात है—अगर फैंस को फर्क नहीं पड़ता, तो मैच भी फीका लगने लगता है।

बड़ा सवाल—स्टार पावर की कमी

ये सिर्फ एक बार की आलोचना नहीं थी। Busted Open Radio पर बुली रे पहले भी कह चुके हैं कि इस समय रेसलिंग इंडस्ट्री में बड़ी स्टार पावर की कमी है।
हां, कोडी रोड्स जैसे टैलेंट हैं—लेकिन कोई ऐसा नहीं लगता जो पूरी इंडस्ट्री का चेहरा हो। उनका कहना है कि “टॉप पर एक शून्य है”—जहाँ सबसे बड़ी कहानियाँ और सुपरस्टार्स होने चाहिए।

फास्ट फूड बनाम WWE एंटरटेनमेंट
पैरामीटर फास्ट फूड WWE एंटरटेनमेंट
मात्रा अरबों सर्व 99+ अरब व्यूअर्स
भावनात्मक मूल्य स्वादहीन, पोषण में कमी कमजोर कहानी और जुड़ाव
निष्ठा का कारण आदत, स्वाद नहीं “क्योंकि यही जानते हैं”
बुली रे का फैसला “न्यूट्रिशनल वैल्यू गायब है” “इसका मतलब ये नहीं कि अच्छा है”
सीधा सवाल, सीधा जवाब

क्या बुली रे बात बढ़ा रहे हैं? हो सकता है। लेकिन ये भी एक सच्ची चुनौती है।
वो टैलेंट पर हमला नहीं कर रहे—वो कंटेंट को बेहतर करने की मांग कर रहे हैं।
जैसे जंक फूड से आप सेहतमंद नहीं बन सकते, वैसे ही बिना सच्चे जुड़ाव के WWE फैंस नहीं जोड़ सकता।

निष्कर्ष

बुली रे की बात सिर्फ शोर नहीं है—ये एक चेतावनी है। WWE के पास संख्या हो सकती है, लेकिन अगर दर्शक कैरेक्टर, कहानी या नतीजों से जुड़ाव महसूस नहीं करते, तो सब व्यर्थ है।
वो चाहते हैं कि शो में फिर से “स्वाद” लौटे—ऐसी कहानी जो असर छोड़े।