WWE ने रेटिंग्स बढ़ाने के लिए अपने सबसे बड़े सितारों—जॉन सीना और कोडी रोड्स—को मैदान में उतारा। लेकिन उनकी मौजूदगी के बावजूद नतीजे कुछ खास नहीं निकले।
30 मई के एपिसोड ने 1.383 मिलियन व्यूअर्स ही जुटाए, जो पिछले हफ्ते के बराबर थे।
ये सिर्फ एक हफ्ते की बात नहीं है।
साल दर साल तुलना करें तो स्मैकडाउन की औसत व्यूअरशिप 37% गिर चुकी है, और 18-49 आयु वर्ग की डेमोग्राफिक में 38% की गिरावट आई है।
इससे साफ है कि केवल बड़े नाम अब शो को आगे नहीं ले जा सकते।
USA नेटवर्क पर शिफ्ट होना: एक गलत कदम?
अक्टूबर 2024 में स्मैकडाउन ने FOX को छोड़कर USA नेटवर्क पर शिफ्ट किया।
हालांकि ये डील आर्थिक रूप से फायदेमंद रही, लेकिन इसका सीधा असर शो की पहुंच पर पड़ा।
FOX जैसे फ्री-टू-एयर चैनल की तुलना में USA नेटवर्क का व्यूअर बेस छोटा है।
नेटवर्क बदलने के साथ ही व्यूअरशिप में गिरावट आई।
जहां पहले एपिसोड्स 2 मिलियन से ज़्यादा व्यूअर्स ला रहे थे, अब वो मुश्किल से 1.4 मिलियन पर टिके हैं।
क्रिएटिव स्टोरीटेलिंग की कमी: मज़ा कहाँ गया?
फैन्स लगातार शिकायत कर रहे हैं कि स्मैकडाउन का कंटेंट अब बोरिंग होता जा रहा है।
रेसलमेनिया 40 के बाद से स्टोरीलाइन धीमी हो गई हैं और प्लॉट्स में पहले जैसा उत्साह नहीं बचा है।
सीना और कोडी का फिउड, जिसे दर्शकों को खींचने वाला माना गया था, उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा।
रेसलमेनिया 41 में उनका मैच डेव मेल्टज़र द्वारा सिर्फ 1.75 स्टार रेट किया गया—जो एक बड़ी निराशा थी।
बाहरी प्रतियोगिता और टाइमिंग भी बन रहे हैं रुकावट
स्मैकडाउन अक्सर NBA प्लेऑफ जैसे बड़े स्पोर्ट्स इवेंट्स के सामने प्रसारित होता है, जिससे संभावित दर्शकों की संख्या घट जाती है।
साथ ही, जनवरी 2025 से शो को तीन घंटे लंबा कर देना भी गलत फैसला साबित हो रहा है।
जब कंटेंट कमजोर होता है, तो लंबाई दर्शकों को और जल्दी थका देती है।
स्मैकडाउन की रेटिंग्स और व्यूअरशिप: पिछले 10 हफ्तों का लेखा-जोखा
तारीख | व्यूअरशिप (मिलियन में) | 18-49 डेमो रेटिंग |
---|---|---|
28 मार्च | 1.350 | 0.31 |
4 अप्रैल | 1.578 | 0.38 |
11 अप्रैल | 1.551 | 0.36 |
18 अप्रैल | 1.741 | 0.45 |
25 अप्रैल | 1.599 | 0.42 |
2 मई | 1.406 | 0.39 |
9 मई | 1.455 | 0.41 |
16 मई | 1.290 | 0.36 |
23 मई | 1.383 | 0.33 |
30 मई | 1.383 | 0.34 |
इससे साफ है कि पिछले कुछ हफ्तों में व्यूअरशिप और डेमो रेटिंग दोनों में गिरावट का ट्रेंड बना हुआ है।
निष्कर्ष: अब वक्त है नई रणनीति अपनाने का
स्मैकडाउन की मौजूदा रणनीति काम नहीं कर रही है।
केवल बड़े नामों पर निर्भर रहना अब काफी नहीं है।
इस शो को दोबारा पॉपुलर बनाने के लिए नई क्रिएटिव सोच, बेहतर टाइमिंग और ताज़ा कंटेंट की ज़रूरत है।